धानोरा निवासी प्रतिष्ठित व्यापारी मल्लिक बुधवानी की बेटी कुमारी शिफा बुधवानी धानोरा तहसील की पहली चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) बनीं। बेहद कठिन सफर के बाद शिफा ने गढ़चिरौली के कार्मेल अकादमी से अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी की। छोटी उम्र में जब वह पढ़ाई के लिए गढ़चिरौली जा रही थीं उस समय नक्सलियों ने धानोरा-गढ़चिरौली रोड पर पांडरसडा गांव के पास पेड़ काट दिए और रास्ता रोक दिया था,तब उसको गढ़चिरौली लौटकर अपनी मौसी के यहां शरण लेनी पड़ी थी। मौसी द्वारा सुझाए गए रास्ते को अपना मार्गदर्शक मानकर मल्लिक बुधवानी ने उनका दाखिला महाबलेश्वर के 1945 में स्थापित एक स्कूल में कराया, जहाँ रवीना टंडन और आमिर खान जैसे प्रसिद्ध कलाकार पढ़ते थे।
शिफा के माता-पिता उससे मिलने के लिए पुणे तक ट्रेन से आते थे,उसके बाद टैक्सी से सफर करते थे जब की बड़े-बड़े कारोबारी महंगी चार पहिया गाड़ियों में आते थे। लेकिन हिम्मत न हारते हुए शिफा ने दृढ़ निश्चय किया और 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। उसने दसवीं में 98% और बारहवीं में 92% अंक प्राप्त किए और सिम्बायोसिस कॉलेज से बी.कॉम की पढ़ाई मेरिट के साथ पूरी की। गढ़चिरौली जैसे आदिवासी जिले में धानोरा तहसील एक बेहद दुर्गम इलाका होने के बावजूद, एक नक्सल प्रभावित इलाके की लड़की होने के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल करने पर उसे हर जगह बधाई मिल रही है।
शिफा से पूछे जाने पर पर उसने कहा, चार्टेड परीक्षा पास करने में सिर्फ़ मेरे माता-पिता का आशीर्वाद हैं। अच्छे अंकों से परीक्षा पास करने का श्रेय मेरे माता-पिता को जाता है। मुश्किल समय में पुणे शहर ने मेरा साथ दिया, इसलिए ही मैं यह सफलता हासिल कर पाई हूं मैं सारी उम्र उनकी ऋणी रहूंगी।