गढ़चिरौली: जिले की छत्तीसगढ़ सीमा पर गढ़चिरौली पुलिस के साथ मुठभेड़ में 3 महिला नक्सली और 1 पुरुष नक्सली मारे गए। उनके शव हेलीकॉप्टर से गढ़चिरौली लाए गए। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की मदद से उनकी पहचान का काम चल रहा है। शवों के पास से एक 303 राइफल सहित तीन आधुनिक राइफलें मिलीं। इसलिए, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मृतकों में कुछ वरिष्ठ नक्सली शामिल हैं। आज उनकी पहचान होने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि वे किस पद पर कार्यरत थे और उन पर कितना इनाम था।
यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ के गढ़चिरौली और नारायणपुर जिले की सीमा पर कोपरशी के जंगल में हुई। गट्टा दलम, कंपनी नंबर 10 और कुछ अन्य माओवादियों के इस जंगल में छिपे होने की गोपनीय सूचना मिलने के बाद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) एम. रमेश के नेतृत्व में सी-60 की 19 टीमें और सीआरपीएफ व रैपिड एक्शन फोर्स की 2 टीमें दो दिन पहले तलाशी अभियान पर निकली थीं।
दो दिन पहले, बुधवार सुबह भारी बारिश के दौरान पुलिस टीमें कोपरशी जंगल पहुँचीं और तलाशी अभियान चला रही थीं, तभी माओवादियों ने पुलिस टीमों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस टीमों ने मुँहतोड़ जवाब दिया। लगभग आठ घंटे चली मुठभेड़ के बाद, इलाके में कुल 4 माओवादियों के शव मिले हैं इनमें 1 पुरुष और 3 महिला माओवादी शामिल हैं। मौके से 1 एसएलआर राइफल, 2 इंसास राइफल और 303 राइफल जैसे हथियार जब्त किए गए। एसएलआर, इंसास जैसी स्वचालित राइफलें वरिष्ठ कैडर के नक्सलियों के पास होती हैं। इसलिए, पहचान के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि मारे गए नक्सली वास्तव में कौन हैं।
गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि कोपरशी जंगल में शेष माओवादियों की तलाश के लिए माओवादी विरोधी अभियान जारी है।