धर्मराव आत्राम मतलब राष्ट्रवादी पार्टी नही…अनिल देशमुख.

0
401

अहंकारी भूमिका छोडे धर्मराव आत्राम..इमानदार कार्यकर्ता अभी भी राष्ट्रवादी के साथ…

गढ़चिरौली 12 जुलाई: शरद पवार ने महाराष्ट्र राज्य के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी एनसीपी का विस्तार किया, अनेकों को मंत्री बनाया गया, सम्मान दिया गया, सरकार में काम करने का अवसर दिया गया। लेकिन, वे आज अपने ही पार्टी को छोड़  कर चले गये. पूर्व मंत्री और विधायक अनिल देशमुख ने भावुक बयान देते हुए पूछा कि क्या कोई अपने 83 साल के पिता को छोड़ता है? उन्होंने कहा कि बीजेपी के विधायक परेशान हैं, आने वाले चुनाव में वे ही अपना हाथ भाजपा को दिखाएंगे.

 

12 जुलाई को अनिल देशमुख ने यहां चंद्रपुर रोड स्थित अभिनव लॉन के मंगल कार्यालय में कार्यकर्ताओ बैठक ली जिसमे जिला निरीक्षक राजेंद्र वैद्य, मुनाफ पठाण, चामोर्शी बाजार समिति के अध्यक्ष अतुल गन्यारपवार, पूर्व शहर अध्यक्ष सुरेश पोरेड्डीवार, राकांपा शहर अध्यक्ष विजय गोरडवार, जिला महासचिव श्याम धाईत, जगन्नाथ बोरकुटे, सुरेश नैताम, राजाभाऊ अत्राम, एडवोकेट. संजय ठाकरे, सुरेश परसोडे आदि उपस्थित थे। इस दौरान अनिल देशमुख ने बीजेपी की चौतरफा आलोचना की. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि बीजेपी ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का डर दिखाकर हिंसा की राजनीति करके दिखावा कर रही है. कल पार्टी में शामिल होने वालों को तुरंत मंत्री पद दिया जा रहा है, इसलिए नाराजगी की स्थिति है. उन्होंने दावा किया कि 50 बक्सों के साथ गए 40 विधायकों में से पांच भी दोबारा नहीं चुने जाएंगे.

 

 

विधायक धर्माराव बाबा के विरोधी एकजुट…

आज तक जिले में धर्मा राव बाबा अत्राम यानी राष्ट्रवादी का समीकरण था. इसलिए शरद पवार पर विश्वास करने वाले वर्ग को दबाया गया. पार्टी में फूट के चलते यह गुट जिले में फिर से सक्रिय हो गया है और शरद पवार को समर्थन देने का फैसला किया है. बुधवार की कार्यकर्ता बैठक में ये सभी नेता एकता की मिसाल  मे दिखाई दिये थे.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here